सहरसा (बिहार):
आज के डिजिटल युग में इंटरनेट ने जहां दुनिया को कनेक्ट किया है, वहीं साइबर अपराधियों को भी ठगी का नया जरिया दे दिया है। सहरसा जिले के सकरा पहाड़पुर गाँव के रहने वाले 18 वर्षीय राजकुमार इसी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए।
कैसे हुई ठगी?
दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर, मीठापुर में रह रहे राजकुमार को एक वेबसाइट पर सस्ते दाम में लैपटॉप खरीदने का विज्ञापन दिखा। ऑफर इतना आकर्षक था कि उन्होंने तुरंत ऑर्डर करने का मन बना लिया। ठगों ने उन्हें विश्वास में लेने के लिए बेहद पेशेवर तरीका अपनाया और कहा कि पहले 2500 रूपये एडवांस जमा करें।
जैसे ही राजकुमार ने यह रकम भेजी, ठगों ने अलग-अलग बहानों से और पैसे की मांग शुरू कर दी। कभी जीएसटी चार्ज, कभी शिपिंग फीस, तो कभी बीमा के नाम पर पैसे मांगे गए। हर बार राजकुमार को यह भरोसा दिलाया गया कि बस यह आखिरी भुगतान है और फिर लैपटॉप उनके घर पहुंच जाएगा।
लेकिन हकीकत कुछ और ही थी। राजकुमार ने धीरे-धीरे ₹40,000 तक ट्रांसफर कर दिए। जब उन्होंने बार-बार लैपटॉप की डिलीवरी के बारे में पूछा, तो ठगों ने फोन उठाना बंद कर दिया और सभी संपर्क नंबर ब्लॉक कर दिए।
जब होश उड़ गए!
जब राजकुमार को एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो चुकी है, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इतनी बड़ी रकम गवाने के बाद वह हताश और निराश हो गए। इस घटना ने न सिर्फ उनकी मेहनत की कमाई लूटी, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी झकझोर कर रख दिया।
मीडिया के जरिए साइबर अपराधियों पर कार्रवाई की मांग
राजकुमार को समझ नहीं आ रहा था कि इस मामले में क्या किया जाए। उन्होंने मीडिया से संपर्क किया और अपनी आपबीती साझा की। उनका कहना है कि वह चाहते हैं कि ऐसे साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि कोई और उनके जैसे धोखाधड़ी का शिकार न हो।
हालांकि, उन्होंने अभी तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई है, लेकिन जल्द ही साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करवाने की बात कही है।
लोगों से की सतर्क रहने की अपील
राजकुमार ने एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों को सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय किसी अनजान वेबसाइट या सोशल मीडिया विज्ञापन पर भरोसा न करें। खासकर जब कोई कंपनी एडवांस पेमेंट की मांग करे, तो पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।
क्या कहती है साइबर पुलिस?
साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, ऑनलाइन ठगी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। कई बार ठग फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को लालच देकर पैसे ऐंठ लेते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।
अगर आप भी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाएं, तो तुरंत इन कदमों का पालन करें:
1. नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।
2. नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें।
3. जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, उसकी डिटेल बैंक से साझा करें।
4. फ्रॉड से जुड़े सभी स्क्रीनशॉट, मैसेज और कॉल रिकॉर्ड्स सुरक्षित रखें।
राजकुमार की यह कहानी हमें सिखाती है कि ऑनलाइन लेन-देन में सतर्कता ही सुरक्षा है। अगर आप भी किसी अनजान वेबसाइट से खरीदारी करने जा रहे हैं, तो पहले पूरी जानकारी जुटाएं, अन्यथा आपकी मेहनत की कमाई पल भर में लुट सकती है।






