उत्तर प्रदेश: कुंभ मेले में स्नान करने गए 57 वर्षीय कुंज लाल महतो रहस्यमय तरीके से लापता, परिजनों में हाहाकार
हजारीबाग (झारखंड): श्रद्धा और आस्था के सबसे बड़े पर्व कुंभ मेले में इस बार एक रहस्यमयी घटना ने सबका ध्यान खींच लिया है। 57 वर्षीय कुंज लाल महतो, जो हजारीबाग थाना टाटी झरिया के ग्राम बेरहो से परिवार के साथ पुण्य स्नान के लिए गए थे, अचानक लापता हो गए। यह घटना 6 फरवरी 2025 की दोपहर 2 बजे की है, जब वे अपने परिवार के साथ संगम तट पर पहुंचे थे।
स्नान के बाद अचानक गायब, कोई सुराग नहीं
परिजनों के अनुसार, कुंज लाल महतो स्नान करने के बाद अंतिम बार अपने परिवार के साथ दिखे थे। परिजनों का कहना है कि भीड़ के बीच अचानक वे नजरों से ओझल हो गए और इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। घंटों तक खोजबीन के बाद भी जब कोई सफलता नहीं मिली, तो परिजनों की चिंता बढ़ गई।
स्थानीय लोगों और स्वयंसेवकों ने कुंभ मेला क्षेत्र में हर जगह तलाश की, लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा। मेला क्षेत्र के चारों ओर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, लेकिन अभी तक कुछ साफ नहीं हो पाया है।
पुलिस की जांच जारी, परिजनों में रोष और डर
कुंभ मेले में सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इतनी भीड़ में किसी व्यक्ति का अचानक लापता हो जाना प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष टीम गठित की है और कुंभ मेले में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है।
लापता व्यक्ति के बेटे प्रमोद कुमार ने भावुक अपील करते हुए कहा, “मेरे पिता आस्था के साथ कुंभ स्नान करने गए थे, लेकिन अब तक उनका कोई पता नहीं है। अगर किसी को भी उनके बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो कृपया तुरंत संपर्क करें।” उन्होंने संपर्क के लिए 8252574229 और 8295170686 नंबर जारी किए हैं।
परिवार का बुरा हाल, मेला क्षेत्र में चर्चा का विषय
कुंज लाल महतो के लापता होने से परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। उनकी पत्नी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद से ही पूरे गांव में गम और चिंता का माहौल बना हुआ है।
यह घटना कुंभ मेला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन चुकी है। लोग अलग-अलग तरह की अटकलें लगा रहे हैं—कुछ इसे अपराधियों का काम बता रहे हैं, तो कुछ इसे किसी अनहोनी की आशंका के रूप में देख रहे हैं।
अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले को कितनी जल्दी सुलझा पाते हैं। क्या कुंज लाल महतो सही सलामत अपने घर लौटेंगे, या यह मामला भी अनसुलझे मामलों की फाइलों में दबकर रह जाएगा?