नवादा, बिहार – बिहार के नवादा जिले में जमीन से जुड़े विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला अमीरक प्रसाद का है, जो तेतरिया पंचायत के मेसकोर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी एक एकड़ पुश्तैनी जमीन पर कुछ दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया है, और प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
अमीरक प्रसाद के नाम पर है जमीन, फिर भी बेघर होने की नौबत
प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, सब-रजिस्ट्री ऑफिस, राजौली (Registry No. 1029, तिथि 14/07/2012) में अमीरक प्रसाद के नाम पर यह जमीन दर्ज है। दस्तावेजों में अमीरक प्रसाद पिता चमारी प्रसाद और धानो देवी पत्नी चमारी प्रसाद के नाम भी शामिल हैं, जो इस जमीन की वास्तविक मालिकाना हक को साबित करते हैं।
इसके बावजूद, रामलखन प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, मनोज प्रसाद और सुरेंद्र प्रसाद ने इस जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है। अमीरक प्रसाद का कहना है कि यह जमीन उनके परिवार के भरण-पोषण का एकमात्र सहारा थी, लेकिन अब उन्हें ही बेघर किया जा रहा है।
प्रशासन की चुप्पी से दबंगों के हौसले बुलंद
पीड़ित ने इस मामले को लेकर कई बार प्रशासन और पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अमीरक प्रसाद ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और चेतावनी दी है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो वह उच्च अधिकारियों और मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे।
क्या नवादा में गरीबों की जमीन पर कब्जा करना आम हो गया है?
नवादा जिले में गरीबों और आम जनता की जमीन पर जबरन कब्जा करना एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। प्रशासन की निष्क्रियता के चलते दबंग बेलगाम होते जा रहे हैं। क्या सरकार इस ओर ध्यान देगी, या फिर गरीबों की जमीन यूं ही हड़पी जाती रहेगी?
पीड़ित का संपर्क अमीरक प्रसाद –
7718067469
क्या है पूरा मामला
नवादा में जमीनी विवाद: अमीरक प्रसाद की एक एकड़ जमीन पर दबंगों का कब्जा!
नवादा, बिहार – तेतरिया पंचायत के मेसकोर थाना क्षेत्र में रहने वाले अमीरक प्रसाद ने आरोप लगाया है कि उनकी एक एकड़ पुश्तैनी जमीन पर दबंगों ने जबरन कब्जा कर लिया है। रामलखन प्रसाद, राजकुमार प्रसाद, मनोज प्रसाद और सुरेंद्र प्रसाद पर जमीन हड़पने और धमकाने के आरोप हैं।
पीड़ित ने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि यह जमीन उनके परिवार के जीवनयापन का सहारा थी, लेकिन अब वह बेघर होने की कगार पर हैं।
प्रशासन मौन, पीड़ित की न्याय की गुहार
अमीरक प्रसाद ने कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वह उच्च अधिकारियों और मुख्यमंत्री तक अपनी शिकायत लेकर जाएंगे।