भोपाल। रविंद्र भवन में मंगलवार को किड्जी लांबाखेड़ा और लिटिल मिलेनियम कोलार का वार्षिकोत्सव ‘AAROHAN’ धूमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एडिशनल डीसीपी भोपाल श्री घनश्याम मालवीय उपस्थित रहे। कार्यक्रम की भव्यता और बच्चों की प्रस्तुतियों ने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सोशल मीडिया की जरूरत और सजगता पर जोर
मुख्य अतिथि एडिशनल डीसीपी घनश्याम मालवीय ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से बच्चों को पूरी तरह से दूर रखना उचित नहीं है। बल्कि, माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को इसके सकारात्मक उपयोग के प्रति जागरूक करें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दें। उन्होंने कहा,
“आने वाला समय अत्याधुनिक तकनीक का है, जिसमें मोबाइल और सोशल मीडिया का उपयोग एक आवश्यकता बन जाएगा। यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को इसके सकारात्मक उपयोग की शिक्षा दें।”
‘कश्मीर टू कन्याकुमारी’ थीम पर रंगारंग प्रस्तुतियां
इस वर्ष वार्षिकोत्सव की थीम ‘कश्मीर टू कन्याकुमारी’ रखी गई थी, जिसके अंतर्गत बच्चों ने भारत की सांस्कृतिक विविधता, पारंपरिक पहनावे, लोक कला और नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया। नन्हे कलाकारों ने अलग-अलग राज्यों की वेशभूषा में लोक नृत्य प्रस्तुत कर भारत की एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का संदेश दिया।
बच्चों की प्रतिभा का अद्भुत प्रदर्शन
कार्यक्रम में बच्चों की प्रतिभा निखर कर सामने आई। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे छोटे-छोटे बच्चों ने जब मंच पर कदम रखा, तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उनके नृत्य, नाट्य प्रस्तुतियों और गायन ने दर्शकों का मन मोह लिया। माता-पिता अपने बच्चों का यह रूप देखकर गर्व महसूस कर रहे थे और उत्साह से उनकी हौसला अफजाई कर रहे थे।
अतिथियों ने किया बच्चों को पुरस्कृत
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में कनिका एकेडमी के प्रबंधक श्री अभिषेक कोरबू और सुश्री चेतना चौहान मौजूद रहे। उन्होंने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना की और उन्हें पुरस्कार वितरित किए। विद्यालय की प्रबंधक श्रीमती प्रेरणा सिन्हा ने कहा,
“बच्चों ने जिस तरह से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। हमारा प्रयास रहेगा कि हम शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के व्यक्तित्व विकास और कला के क्षेत्र में भी उन्हें आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।”
मंच पर छाए नन्हे कलाकार
कार्यक्रम के दौरान बच्चों के उत्साह और आत्मविश्वास ने साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और अभ्यास से वे बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। परिवारजन अपने बच्चों को मंच पर देखकर अत्यधिक भावुक और खुश नजर आए। कार्यक्रम में शिक्षक और प्रबंधन टीम ने भी बच्चों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
किड्जी लांबाखेड़ा और लिटिल मिलेनियम कोलार का वार्षिकोत्सव न केवल मनोरंजन से भरपूर रहा, बल्कि यह बच्चों के व्यक्तित्व विकास और सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी साबित हुआ। यह कार्यक्रम इस बात का उदाहरण था कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की कला और संस्कृति से जुड़ाव भी आवश्यक है।