मेदांता में वेंटिलेटर पर बेहोश एयर होस्टेस से डिजिटल रेप, स्वास्थ्य मंत्री ने रिपोर्ट की तलब

0
44

गुरुग्राम (अंश फीचर)  – गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में बंगाल की एयर होस्टेस से डिजिटल रेप केस में अब हरियाणा सरकार की एंट्री हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने गुरुग्राम सेहत विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट तलब कर ली है। जिसके बाद एयर होस्टेस की मेडिकल कराने का फैसला किया गया है।

गुरुग्रामगुरुग्राम की चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) डॉ. अलका सिंह डॉक्टरों का बोर्ड बनाएंगी। सोमवार को पीड़िता का मेडिकल कराया जाएगा। इसके लिए डॉ. अलका सिंह ने मेदांता अस्पताल से इलाज की डिटेल मंगाई है। उन्होंने एडमिट होने से लेकर डिस्चार्ज तक की हिस्ट्री मांगी है। सोमवार को ही मंत्री आरती राव को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

SIT में ये अधिकारी शामिल

इस केस की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने गुरुवार शाम को स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की थी। इसकी अगुआई DCP हेडक्वार्टर डॉ. अर्पित जैन करेंगे। वह खुद भी MBBS डॉक्टर हैं।
टीम में ACP डॉक्टर कविता, ACP यशवंत, सदर थाने के SHO इंस्पेक्टर सुनील, महिला थाना ईस्ट इंचार्ज नेहा राठी और सेक्टर 40 के CIA इंचार्ज अमित को शामिल किया है।

एयर होस्टेस के साथ क्या हुआ जानिए….

बंगाल की एयर होस्टेस का आरोप है कि स्विमिंग पूल में तबीयत बिगड़ने के बाद उसे मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उसके साथ छेड़छाड़ हुई।

नर्सों की मौजूदगीं में ICU रूम में डिजिटल रेप किया

पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़िता ने FIR दर्ज कराई तो उसमें कुछ नई बातें बताई हैं। 46 वर्षीय एयर होस्टेस ने कहा है कि वह 6 अप्रैल की रात को वेंटिलेटर पर थी। इसी दौरान उसके साथ यह वारदात हुई। आरोपी ने अस्पताल के ICU रूम में 2 नर्सों की मौजूदगी में डिजिटल रेप किया है।

व्यक्ति ने वेस्टबैंड के आकार के बारे में पूछा

पीड़िता ने बताया कि 6 अप्रैल को रात करीब 9 बजे 2 नर्सों ने मेरे कपड़े और चादर बदली। मैं अर्ध-चेतन अवस्था में थी। तभी रूम में मैंने एक आदमी की आवाज सुनी। मैं वहां सभी आवाजें और वहां जो चल रहा था, उसे सुन सकती थी। उस आदमी ने दोनों नर्सों से मेरे बारे में डिटेल मांगी।

इसके बाद नर्सों ने मेरी सारी जानकारी उस आदमी को देनी शुरू कर दीं। इसी दौरान आरोपी व्यक्ति ने एक नर्स से मेरे वेस्टबैंड के आकार के बारे में पूछा। नर्स कुछ बता पाती, उससे पहले ही आरोपी ने कहा कि वह खुद इसकी जांच करेगा।

प्राइवेट पार्ट में उंगली डाली, फिर कहा- सब ठीक

इस बीच मुझे लगा कि उस आदमी ने मेरे दाहिनी ओर से चादर के अंदर अपना हाथ डाला है। उस व्यक्ति ने वेस्टबैंड का साइज चेक करने के बहाने मेरा डिजिटल रूप से रेप किया। वह मेरे प्राइवेट पार्ट में उंगली डाल रहा था। मैं लगभग अचेत थी, इसलिए कोई हरकत नहीं कर सकी। बाद में उसने हाथ निकालकर चादर को मेरी नाक तक ढक दिया और कहा कि सब ठीक है।

चादर पर खून लगा तो नर्स बोली- पीरियड्स आए होंगे

इसके तुरंत बाद एक नर्स अंदर आई। उसने पूछा कि चादर पर खून कैसे आया? जबकि, उसने अभी चादर बदली थी। तभी दूसरी नर्स ने कहा कि शायद पीरियड्स शुरू हो गए होंगे। यह कहकर वह डर गई थी और उसने किसी को उस व्यक्ति के बारे में कुछ नहीं बताया।

छुट्‌टी के बाद पति को बताई सारी बात

एयर होस्टेस ने कहा है कि 13 अप्रैल को अस्पताल ने उसे शाम को छुट्टी दे दी और वह अपने पति के साथ होटल आ गई। अगले दिन अपने पति को घटना के बारे में बताया। उन्होंने 112 डायल कर पुलिस को बुलाया। महिला ने कहा कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसके साथ जो हुआ वह बहुत गलत है। वह अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती है।

पुलिस बोली- हम जांच कर रहे

पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार का कहना है कि मेदांता हॉस्पिटल में बंगाली एयर होस्टेस के यौन उत्पीड़न के मामले में बुधवार को पुलिस जांच करने पहुंची थी। पुलिस ने वहां CCTV फुटेज चेक किया। इस दौरान कुछ फुटेज को कब्जे में भी लिया था। पुलिस ने स्टाफ मेंबर्स से जानकारी जुटाई है। इसके अलावा अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आरोपी को खोजकर लिया जाएगा।

वही राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया ने अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। साथ ही कहा है कि जल्द ही आयोग की टीम एयर होस्टेस से मिलेगी।

अस्पताल ने किया सहयोग का दावा

मेदांता हॉस्पिटल की ओर से जारी बयान…

वहीं, मेदांता हॉस्पिटल की तरफ से सुपरिटेंडेंट डॉ. संजय दुर्रानी ने इस मामले में गंभीरता के साथ पुलिस का सहयोग करने और तमाम CCTV फुटेज और डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराने की बात कही है। उनका कहना है कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

क्या होता है डिजिटल रेप

डिजिटल रेप के मामले में अगर आपको लग रहा है कि इसका मतलब ऑनलाइन पॉर्न देखना या फिर महिला के खिलाफ किसी तरह के ऑनलाइन अपराध से है। लेकिन ऐसा नहीं है। डिजिटल रेप का अर्थ है जब आरोपी पीड़िता का सेक्सुअल असॉल्ट अपने हाथ या फिर पैरों की उंगलियों से करता है। आसान भाषा में समझें में जब कोई आरोपी किसी महिला के निजी अंगों को बिना उसकी इजाजत के अपनी उंगलियों के जरिए छूता है, तो उसे डिजिटल रेप कहा जाता है। निर्भया कानून के बाद यह कानून आया था। साल 2013 में इसको मान्यता मिली थी. इसका मतलब था कि अगर हाथ की किसी उंगली या अंगूठे के सहारे जबरदस्ती पेनेट्रेशन को यौन अपराध माना गया है। अपराध की गंभीरता को देखते हुए एक्ट में 20 साल की सजा से लेकर उम्रकैद तक का प्रावधान है. अगर अपराध के दौरान पीड़िता की मौत हो गई तब तो फांसी की सजा भी हो सकती है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here