
भैरूंदा (अंश फीचर) – सीहोर जिले के भैरूंदा नगर स्थित जेपी मार्केट में शनिवार रात लगी भीषण आग ने जहां व्यापारियों को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाया, वहीं अब इस घटना ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। भैरूंदा की फायर ब्रिगेड खराब होने के कारण रेहटी, बुधनी, शाहगंज, खांतेगांव, इछावर और सीहोर से दमकल वाहनों को बुलाना पड़ा। आग बुझाने के दौरान नपं अध्यक्ष मारुति शिशिर भी घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगते वक्त फायरब्रिगेड पास ही खड़ी थी लेकिन वह चालू नहीं हो सकी इससे नुकसान और बढ़ गया। अब कांग्रेस ने इसको लेकर शासन-प्रशासन को घेरना शुरू कर दिया है। यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय पटेल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर पंचायत सीएमओ को निलंबित करने की मांग की है।
कांग्रेस का आरोप फायर फाइटर खराब इसलिए भड़की आग
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस घटना को लेकर एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा —
“कल रात लगभग 11 बजे मुझे जानकारी मिली। मैंने सीहोर कलेक्टर को फोन लगाया। उन्होंने मुझे बताया कि अब आग बुझा दी गई है और स्थिति नियंत्रण में है। मैंने SDM को फोन लगाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो पाई। प्रश्न यह है कि बुधनी विधान सभा क्षेत्र जहाँ से 18 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे हों और अब देश के कृषि मंत्री हों, वहाँ यह हालत है, तो प्रदेश की क्या हालत होगी?”
वही कांग्रेस ने भी सोशल मीडिया पर शिवराज और स्थानीय प्रशासन को घेरा है। कांग्रेस ने आगजनी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि लिखा कि “केंद्रीय कृषि मंत्री और 20 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज के गृह और संसदीय क्षेत्र के भैरूंदा में तीन घंटे तक दमकल नहीं पहुंच सकी क्योंकि स्थानीय फायर फाइटर खराब पड़ा था! ये भाजपा के विकास का मॉडल है, जहां पूरा बाजार धू-धू कर जल जाता है और सरकार व प्रशासन असहाय बना रहता है।”आग में सिर्फ कई लोगों की रोजी रोटी ही स्वाहा नहीं हुई, बल्कि भाजपा के विकास का झूठ भी जल गया है!
दिग्विजय सिंह और कांग्रेस की इस प्रतिक्रिया के बाद प्रशासन और सत्तापक्ष पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर क्यों एक बड़े बाजार क्षेत्र में पर्याप्त अग्नि सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे, और फायर ब्रिगेड को कई शहरों से बुलाना पड़ा।
गौरतलब है कि भैरूंदा नगर के जेपी मार्केट में शनिवार रात भीषण आग लगने की घटना सामने आई है, जिसमें चार दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। यह बाजार नगर का सबसे व्यस्ततम और घनी आबादी वाला क्षेत्र माना जाता है, ऐसे में आग लगने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात करीब 9:30 बजे तहसील गेट के पास स्थित सुपर बूट हाउस से अचानक धुआं उठता दिखाई दिया। कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप ले लिया और आसपास की दुकानें च्वाइस कलेक्शन, लोया जनरल स्टोर, और नीलम बैंगल्स भी इसकी चपेट में आ गईं।


च्वाइस कलेक्शन की बिल्डिंग पूरी तरह आग की लपटों में घिर गई, जिसमें लाखों रुपये का सामान मौजूद था। आग इतनी भयावह थी कि इसे सीहोर, रेहटी, बुधनी, शाहगंज, खांतेगांव और इछावर की फायर ब्रिगेड की टीमों की मदद से काबू में लाया जा सका। इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आगजनी से हुए नुकसान का आंकलन लाखों रुपये में बताया जा रहा है। प्रशासन द्वारा आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है और प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है।
