मोहम्मदी, लखीमपुर खीरी: मोहम्मदी कस्बे में एक प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है, जिसमें 18 वर्षीय युवती अनुष्का ने 22 वर्षीय अभिषेक पर धोखाधड़ी और शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। अनुष्का के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से उनके और अभिषेक के बीच प्रेम संबंध था। इस दौरान जब भी अभिषेक को पैसों की जरूरत पड़ती थी, अनुष्का जन सेवा केंद्र के माध्यम से पैसे डलवाती थी, जिसे अभिषेक छत पर जाकर नकद ले जाता था।
शादी से मुकरा अभिषेक, 1.5 लाख रुपये ठगने का आरोप
अनुष्का का कहना है कि उसने अब तक अभिषेक को लगभग डेढ़ लाख रुपये दिए, लेकिन जब शादी की बात आई, तो अभिषेक ने इनकार कर दिया। इस पर जब अनुष्का ने परिवार से बात की, तो मामला और बिगड़ गया। दोनों एक ही समाज से हैं, इसलिए परिवारों को पहले कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन अब अभिषेक ने शादी से इनकार कर दिया है और उड़ीसा भाग गया है।
परिवारों में बढ़ा तनाव, धमकी देने के आरोप
इस मामले को लेकर दोनों परिवारों के बीच तनाव बढ़ गया है। अनुष्का के पिता का कहना है कि उनकी बेटी ने उनकी इज्जत पर दाग लगा दिया, जबकि अभिषेक के पिता संदीप ने उल्टा अनुष्का को ही चरित्रहीन करार दे दिया है। इतना ही नहीं, अभिषेक के भाई सचिन और पिता संदीप ने अनुष्का के परिवार को खुलेआम धमकी दी है कि जहां भी वे मिलेंगे, उनसे बदला लिया जाएगा।
लड़की की छवि खराब करने का आरोप
अनुष्का ने यह भी आरोप लगाया कि अभिषेक और उसके परिवार वाले अब उसकी गलत तस्वीरें और भ्रामक जानकारियां समाज में फैला रहे हैं, जिससे उसकी बदनामी हो रही है। अभिषेक के परिवार का कहना है कि दोनों के बीच प्रेम संबंध था, लेकिन अब अनुष्का जबरदस्ती शादी करने के लिए दबाव बना रही है।
पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं, न्याय की गुहार
अनुष्का ने 112 नंबर पर कॉल कर मामले की शिकायत की थी, लेकिन अभी तक लिखित रूप से कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। अनुष्का बार-बार न्याय की गुहार लगा रही है, ताकि उसकी बदनामी को रोका जा सके और उसे इंसाफ मिले।
समाज के लिए सीख
यह मामला केवल प्रेम प्रसंग का नहीं, बल्कि सामाजिक मानसिकता को भी दर्शाता है। जहां एक ओर लड़की प्रेम में समर्पण कर सबकुछ न्यौछावर कर देती है, वहीं दूसरी ओर लड़के के परिवार के लोग इसे गलत ठहराने में कोई कसर नहीं छोड़ते। ऐसे मामलों में समाज को जागरूक होकर निष्पक्ष न्याय की मांग करनी चाहिए, ताकि कोई भी लड़की इस तरह से मानसिक और आर्थिक शोषण का शिकार न हो।