बिहार: यूट्यूब चैनल के नाम पर बड़ी ऑनलाइन ठगी, गोवार धरमपुर निवासी ने प्रशासन से न्याय और मदद की लगाई गुहार
पटना। डिजिटल युग में जहां इंटरनेट लोगों के लिए रोजगार और अवसरों का माध्यम बनता जा रहा है, वहीं ऑनलाइन ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला बिहार के पटना जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र के गोवार धरमपुर गांव से सामने आया है। यहां के रहने वाले 24 वर्षीय सूरज कुमार, पुत्र सुरेंद्र पासवान, के साथ यूट्यूब चैनल बचाने के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई है।
कैसे हुआ फ्रॉड?
सूरज कुमार, जो “टैलीशिव” नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाते थे, उन्हें अजय कुमार नाम के एक व्यक्ति ने संपर्क किया। आरोपी ने अपना पता उत्तर प्रदेश बताया और सूरज को चैनल बचाने में मदद करने का झांसा दिया। उसने पहले सूरज के खाते में ₹1 जमा किया और फिर चैनल को अपने नाम ट्रांसफर करवा लिया।
सूरज का दावा है कि आरोपी ने तकनीकी चालबाजी से उनके चैनल को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया। जब उन्होंने चैनल वापस मांगने और फ्रॉड के बारे में बात की, तो आरोपी ने उनका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया। यहां तक कि जब सूरज किसी अन्य फोन से कॉल करते हैं, तो वह नंबर भी तुरंत ब्लॉक कर दिया जाता है।
साइबर पुलिस की भूमिका पर सवाल
पीड़ित सूरज ने बताया कि इस धोखाधड़ी के खिलाफ उन्होंने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। कई बार फोन करने के बावजूद पुलिस ने उनकी बात सुनने में रुचि नहीं दिखाई। यह स्थिति इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के प्रति प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाती है।
मीडिया के माध्यम से अपील
सूरज ने मीडिया के माध्यम से सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि उन्हें आर्थिक नुकसान से उबरने के लिए मदद दी जाए और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सूरज ने यह भी कहा कि आरोपी की तस्वीरें और वीडियो उनके पास मौजूद हैं, जिनसे उसकी पहचान साफ-साफ की जा सकती है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों पर विशेषज्ञों का कहना है कि लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें और किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा करने से बचें। साथ ही, प्रशासन को चाहिए कि साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाए और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाए।
संदेश और अपील
सूरज कुमार का यह मामला न केवल उनकी मेहनत पर चोट है, बल्कि यह सभी यूट्यूब क्रिएटर्स और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए एक सीख भी है। सूरज ने अपनी बात रखते हुए कहा, मैंने इस चैनल को मेहनत और लगन से बनाया था। इस फ्रॉड ने मेरी आर्थिक स्थिति और मानसिक शांति को गहरा आघात दिया है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि मेरी मदद की जाए और आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि ऑनलाइन फ्रॉड केवल आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि मानसिक तनाव का भी कारण बनता है। ऐसे में साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता देने और ठगी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाओं से पीड़ितों को त्वरित राहत मिले।






