कासगंज, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के रहने वाले चंद्रभान (27 वर्ष) ने अपनी और अपने परिवार की जमीन हड़पने और अन्याय किए जाने को लेकर प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके गांव के प्रधान कमल सिंह ने उनकी मां की मानसिक स्थिति का फायदा उठाकर उनकी पारिवारिक संपत्ति पर कब्जा कर लिया और उनकी मां को भी गायब करवा दिया।
परिवार की दुखद कहानी:
चंद्रभान ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय द्वारका प्रसाद का निधन साल 2009 में हो गया था। उस समय उनका सबसे बड़ा भाई 12 वर्ष का था और सबसे छोटा भाई केवल 4 वर्ष का था। उनके पिता के निधन के बाद उनकी मां भी अचानक लापता हो गईं और तब से उनका कोई पता नहीं चला।
बचपन से ही चारों भाइयों को किसी तरह गोबर-कचरा उठाकर और भीख मांगकर अपना जीवन यापन करना पड़ा। उन्हें कभी किसी सरकारी सहायता का लाभ नहीं मिला।
प्रधान पर गंभीर आरोप:
चंद्रभान ने आरोप लगाया कि उनके गांव के प्रधान कमल सिंह ने उनकी मां की मानसिक स्थिति का फायदा उठाकर धोखे से उनकी पुश्तैनी जमीन अपने नाम करवा ली। इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके परिवार की गांव में कुछ बीघा जमीन और कश्मीर में एक प्लॉट था, जिसे भी प्रधान ने धोखाधड़ी करके हड़प लिया।
राजनीतिक संरक्षण का आरोप:
चंद्रभान का कहना है कि बसपा सरकार के समय कासगंज का एक कुख्यात गुंडा प्रधान कमल सिंह की मदद करता था, जिसके कारण कानून उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सका।
न्याय की मांग:
आज जब चारों भाई कठिन संघर्ष के बाद बड़े हो चुके हैं, वे चाहते हैं कि प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी पुश्तैनी संपत्ति को वापस दिलाने के लिए तत्काल कार्रवाई करें और दोषियों को सजा दिलवाएं।
चंद्रभान और उनके भाइयों ने मीडिया और समाज से अपील की है कि वे उनकी आवाज को बुलंद करें, ताकि प्रशासन तक उनकी बात पहुंचे और उन्हें उनका हक मिल सके। उन्होंने मांग की है कि प्रधान कमल सिंह और उसके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो और उनकी हड़पी गई संपत्ति उन्हें वापस मिले।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या चंद्रभान और उनके भाइयों को न्याय मिल पाएगा।