8 लाख की ठगी, पीड़ित ने SSP बठिंडा से लगाई गुहार
बठिंडा। दीप सिंह नगर निवासी विक्रम यादव से कबाड़ के कारोबार में निवेश के नाम पर सत्तपाल सिंह ने 8 लाख रुपये ठग लिए। विक्रम, जो बाल्मीकि चौक पर जूस की रेहड़ी लगाते हैं, सत्तपाल के लुभावने ऑफर में फंस गए।
पहले 50 हजार रुपये पर मुनाफा देकर भरोसा जीता गया, फिर विक्रम ने लोन और कर्ज लेकर 8 लाख रुपये निवेश कर दिए। जब पैसे लौटाने की बारी आई तो आरोपियों ने बहाने बनाने शुरू कर दिए।
विक्रम ने SSP बठिंडा को शिकायत देकर सत्तपाल समेत सर्वेश कुमार, खजान चंद, बिट्टू कुमार, उमाशंकर और अवतार सिंह पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने जल्द न्याय की गुहार लगाई है।
क्या है पूरा मामला?
बठिंडा में 8 लाख की ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें दीप सिंह नगर निवासी विक्रम यादव ठगी का शिकार हुए हैं। पीड़ित ने SSP बठिंडा से शिकायत कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
कैसे हुई ठगी?
विक्रम यादव, जो राजिंद्रा कॉलेज के सामने बाल्मीकि चौक पर जूस की रेहड़ी लगाते हैं, तीन साल पहले सत्तपाल सिंह के संपर्क में आए। सत्तपाल अक्सर जूस पीने आता था और धीरे-धीरे उसकी विक्रम से अच्छी जान-पहचान हो गई।
एक दिन सत्तपाल ने विक्रम से उसकी कमाई के बारे में पूछा और फिर कबाड़ के कारोबार में निवेश का एक लुभावना ऑफर दिया। उसने दावा किया कि कबाड़ खरीदकर बेचने से मोटा मुनाफा होगा।
भरोसे में लेकर 8 लाख की ठगी
पहले सत्तपाल ने विक्रम से 50,000 रुपये लिए और थोड़े समय बाद 5,000 रुपये का मुनाफा लौटाकर उसका भरोसा जीत लिया। फिर धीरे-धीरे उसने विक्रम से और अधिक पैसे लेने शुरू कर दिए।
विक्रम ने मथूट गोल्ड फाइनेंस से लोन लिया, क्रेडिट कार्ड से उधारी ली और दोस्तों से कर्ज लेकर कुल 8 लाख रुपये सत्तपाल को दे दिए। लेकिन जब विक्रम ने अपने पैसे वापस मांगे, तो सत्तपाल और उसके साथियों ने टाल-मटोल शुरू कर दी।
गिरोह का खेल और अन्य आरोपी
पीड़ित विक्रम यादव का आरोप है कि इस ठगी में सत्तपाल के साथ कई अन्य लोग भी शामिल हैं। इन लोगों ने पहले विक्रम से दोस्ती की, फिर उसका भरोसा जीतकर पैसे ऐंठ लिए। इन आरोपियों में शामिल हैं:
सर्वेश कुमार पुत्र टीका राम (मो. 95178-40162)
खजान चंद (मो. 99889-54460)
बिट्टू कुमार (मो. 98770-22780)
उमाशंकर (मो. 96464-91622)
अवतार सिंह (मो. 99142-04426)
SSP से न्याय की गुहार
जब कई महीनों तक पैसे वापस नहीं मिले, तो विक्रम को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो चुकी है। अब उसने SSP बठिंडा को शिकायत देकर न्याय की मांग की है और अनुरोध किया है कि उसके पैसे वापस दिलाए जाएं ताकि वह अपना कर्ज चुका सके।
पीड़ित का कहना है कि यदि उसे जल्द न्याय नहीं मिला, तो वह आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर होगा। प्रशासन से अपील है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की ठगी का शिकार न हो।