बस्तर (छत्तीसगढ़): जिले के कोंडा गांव की हेमलता कुराम (29 वर्ष) ने अपने पति सुलकचंद कुराम और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है। हेमलता का विवाह 2 फरवरी 2017 को हिंदू रीति-रिवाज से हुआ था, लेकिन शादी के बाद से ही उसे जमीन विवाद और पारिवारिक झगड़ों के चलते मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
पति पर अवैध संबंध और घरेलू हिंसा के आरोप
हेमलता का कहना है कि उसके पति का विवाह से पहले भी एक लड़की से अफेयर था और शादी के बाद भी वह सविता मंडाली नामक महिला के साथ अवैध संबंध बना रहा है। जब हेमलता ने इस बारे में सवाल किया, तो उसके पति ने उसे नजरअंदाज कर दिया और मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस में शिकायत, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
पीड़िता ने बताया कि उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। हेमलता का आरोप है कि पुलिस और गांव के लोग उसके पति और ससुराल वालों का ही पक्ष ले रहे हैं, जिससे उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है।
29 जनवरी को हेमलता कंप्यूटर की दुकान में गई थी तब सविता मांडवी नाम की लड़की ने मुझे देखकर वहां से चली गई ऐसा क्या कारण था कि वह मुझे देखकर भाग गई यह वही लड़की है जिसके साथ मेरे पति का चक्कर चल रहा है। वह मेरी सगी बहन की बेटी है तो उसने मेरे साथ बात क्यों नहीं की उसके मन में कोई दोष होगा तभी तो उसने मेरे साथ बात नहीं की हेमलता ने बताया कि जब वह मेरे घर पर रहती थी तब तब से मेरे पति के साथ उसका चक्कर चल रहा है और मैंने उसे कभी कोई कमी नहीं आने दी। वह दोनों आपस में अच्छे से रहते थे और मेरे साथ बात नहीं करते थे। ऐसी क्या वजह थी जब मैं उसे बुलाती थी वह मेरे पास नहीं आती थी और चली जाती थी। मेरे सास ससुर के साथ वह रहती थी। जब मैं लोगों से मदद की गुहार लगाने गई तो किसी ने भी मेरी मदद नहीं की।
बेरहमी से घर से निकाला, बच्ची के साथ रातभर बाहर रही
हेमलता ने बताया कि 28 जनवरी की रात उसके पति ने उसे छोटी बच्ची सहित घर से बाहर निकाल दिया। वह रातभर 11 बजे तक ठंड में बाहर रहने को मजबूर रही, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की।
मारपीट के बाद अस्पताल पहुंची पीड़िता
हेमलता ने बताया कि एक बार पति और ससुरालवालों ने इतनी बुरी तरह पीटा कि वह बेहोश होकर गिर गई। पड़ोसियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया।
मीडिया से इंसाफ की गुहार
हेमलता का कहना है, “मैं न्याय के लिए दर-दर भटक रही हूं, लेकिन कोई मेरी सुनवाई नहीं कर रहा है। मेरे पति और उसके परिवार वालों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, ताकि मुझे और मेरी बेटी को न्याय मिल सके।”
प्रशासन से मांग – दोषियों पर हो कड़ी कार्रवाई
हेमलता ने सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसके पति और ससुराल वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो। उसने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिला, तो वह मजबूर होकर कोई बड़ा कदम उठाने पर विवश हो जाएगी।
क्या मिलेगा हेमलता को न्याय?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है। क्या एक पीड़ित महिला को न्याय मिलेगा, या फिर वह इसी तरह दर-दर भटकती रहेगी?






