नमस्कार दोस्तों ई खबर में आपका स्वागत है आज हम बात करेंगे लुधियाना से लापता हुई जानकी की
रामचंद्र-जानकी नाम का टैटू, चार बच्चों की रोती आंखें और एक बेबस पति – कब मिलेगी मां की ममता?”
हरदोई/ उत्तर प्रदेश : “मां कब आएंगी?” – यह सवाल चार मासूम बच्चों की सूजी हुई आंखों में छुपे दर्द को बयान कर रहा है। 35 वर्षीय जानकी देवी, जो मूल रूप से ग्राम हरसिंमपुर, परस्पुर ऐहरोरी (हरदोई) की रहने वाली हैं, 9 फरवरी 2025 की शाम 4 बजे लुधियाना के बाजरा एकता कॉलोनी से अचानक लापता हो गईं। घर से निकलने के बाद से अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
पति की गुहार – “मुझे मेरी अर्धांगिनी लौटा दो!”
पति रामचंद्र का कहना है कि जानकी की मानसिक स्थिति पूरी तरह से स्थिर नहीं थी, और कई बार वह बिना बताए बाहर चली जाती थीं, लेकिन इतनी देर तक घर न लौटना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि जानकी देवी के हाथ पर “रामचंद्र” और “जानकी” नाम का टैटू गुदा हुआ है, जो उनकी पहचान में मददगार साबित हो सकता है।
चार मासूमों की सूनी आंखें – घर में पसरा मातम
मां के बिना चारों बच्चे बिलख रहे हैं, उनकी आंखों में बस यही सवाल है कि “मम्मी कब आएंगी?”। घर में चूल्हा ठंडा पड़ा है, हर कोने में उदासी पसरी हुई है। बच्चे हर दिन दरवाजे पर नजरें टिकाए बैठे रहते हैं, लेकिन मां की कोई खबर नहीं।
20 हजार इनाम – फिर भी अंधेरे में तलाश
परिजनों ने 20 हजार का इनाम घोषित किया है, ताकि कोई व्यक्ति उनकी जानकारी दे सके। लेकिन अब तक किसी ने भी कोई ठोस सूचना नहीं दी है। रामचंद्र ने मीडिया और आम जनता से भावुक अपील की है कि अगर किसी को भी उनकी पत्नी के बारे में कोई जानकारी मिले, तो तुरंत सूचना दें।
पुलिस प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग
परिजनों ने पुलिस से विशेष टीम गठित कर जानकी की तलाश तेज करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो वे प्रशासनिक दफ्तरों के बाहर धरना देने को मजबूर होंगे।
अगर आपको जानकी देवी के बारे में कोई जानकारी मिले तो तुरंत संपर्क करें:
9056844696, 7388720017
एक परिवार टूटा हुआ है, चार मासूम अपने आंसुओं के सैलाब में डूबे हैं, एक बेबस पति अपने जीवनसाथी की राह देख रहा है। कृपया इस परिवार की मदद करें और एक मां को उसके बच्चों से मिलाने में योगदान दें!





