सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के अम्बेटामोहन गांव की डेढ़ साल की मासूम आतिफा एक दुर्लभ बीमारी लिपटीन हार्मोन की समस्या से जूझ रही है। इस बीमारी के कारण उसका वजन 22-23 किलो तक पहुंच चुका है। मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार, यह बीमारी एक लाख बच्चों में से किसी एक को होती है, और सहारनपुर में अब तक ऐसा कोई और मामला सामने नहीं आया है।
आतिफा के चाचा इसरार अहमद ने बताया कि बच्ची का इलाज PGI में चल रहा है और हर 15 दिन में अस्पताल जाना पड़ता है, जिससे आर्थिक स्थिति पर भारी असर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि आतिफा को ज्यादा भूख लगती है, जिससे उसकी मोटापे की समस्या लगातार बढ़ रही है।
सोशल मीडिया के जरिए मदद की अपील
परिवार ने सोशल मीडिया के माध्यम से बच्ची के इलाज के लिए लोगों से सहयोग की अपील की है। आतिफा का इंस्टाग्राम अकाउंट (@israrahmad927) और यूट्यूब चैनल (Aatifa 01) है, जहां 700 से अधिक सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं। इसरार अहमद ने लोगों से अपील की है कि आतिफा के वीडियो ज्यादा से ज्यादा लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करें, ताकि इलाज के लिए आर्थिक सहायता मिल सके।
पिता कुवैत में, चाचा संभाल रहे हैं जिम्मेदारी
बच्ची के पिता कुवैत में काम कर रहे हैं, जिसके कारण चाचा इसरार अहमद ही उसकी देखभाल कर रहे हैं। उन्होंने सरकार और समाजसेवी संगठनों से आर्थिक सहायता की मांग की है, ताकि बच्ची का इलाज सही तरीके से हो सके।
परिवार की अपील:
बच्ची की बीमारी दुर्लभ है, इलाज महंगा है
हर 15 दिन में PGI जाना पड़ता है
सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा लोग सहयोग करें
सरकार और प्रशासन से आर्थिक मदद की उम्मीद
क्या है पूरा मामला? सुनिए इस मासूम की दर्दभरी कहानी!
आज एक बेहद संवेदनशील और भावुक कर देने वाली खबर आपके सामने लेकर आया हूँ। ये खबर एक छोटी बच्ची आतिफा की है, जो महज डेढ़ साल की उम्र में एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रही है।
क्या है आतिफा की बीमारी?
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के अम्बेटामोहन गांव की रहने वाली आतिफा को लिपटीन हार्मोन की गंभीर समस्या है। इस बीमारी के कारण उसका वजन 22 से 23 किलो तक पहुंच गया है। मेडिकल साइंस के अनुसार, यह बीमारी लाखों बच्चों में से किसी एक को होती है, और सहारनपुर में अब तक इस तरह का कोई और मामला सामने नहीं आया है।
परिवार की हालत और इलाज की दिक्कतें
आतिफा के चाचा इसरार अहमद ने जानकारी दी कि बच्ची का इलाज PGI में चल रहा है, और हर 15 दिन में अस्पताल जाना पड़ता है। इस दौरान दवाइयों और जांचों में काफी खर्च होता है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है।
सोशल मीडिया पर मदद की गुहार
परिवार ने बच्ची के इलाज के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। उन्होंने इंस्टाग्राम (@israrahmad927) और यूट्यूब (Aatifa 01) पर एक अकाउंट बनाया है, जहां आतिफा के 700 से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। परिवार चाहता है कि लोग इन वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करें, ताकि यह खबर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे और बच्ची के इलाज के लिए आर्थिक मदद मिल सके।
पिता कुवैत में, चाचा संभाल रहे हैं जिम्मेदारी
आतिफा के पिता कुवैत में काम करते हैं और परिवार का खर्च उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इतनी महंगी बीमारी का इलाज अकेले कर पाना मुश्किल है। इसलिए, चाचा इसरार अहमद बच्ची की देखभाल कर रहे हैं और हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि बच्ची को समय पर इलाज मिल सके।
हमारी आपसे अपील
इस मासूम की मदद के लिए वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेयर करें।
यदि आप किसी भी सरकारी या गैर-सरकारी संस्था से जुड़े हैं, तो इस बच्ची के इलाज में मदद करें।
सरकार और प्रशासन से इस बच्ची के इलाज के लिए आर्थिक सहायता देने की अपील की जाए।
संपर्क करें और मदद करें: 9520262416
दोस्तों, एक छोटी-सी मदद किसी की जिंदगी बचा सकती है। आइए, आतिफा के इलाज में हाथ बढ़ाएं और उसे एक स्वस्थ भविष्य देने में मदद करें। जय हिंद!