मिर्जापुर: तहसील सदर गाँव विजयपुर के निवासी रामधनी ने जिलाधिकारी मिर्जापुर को एक प्रार्थना पत्र देकर अपने साथ हुए अन्याय का खुलासा किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आराजी नंबर 3047 मि0, रकबा 0.3290 हेक्टेयर की उनकी असंक्रमणीय भूमि को फर्जी तरीके से शुकुरू पुत्र रामधनी ने अपना वरासत करा लिया है।
रामधनी ने बताया कि विपक्षी ने लेखपाल और कानूनगो की मिलीभगत से उन्हें मृतक दिखाकर, दिनांक 24 नवंबर 2024 को ऑनलाइन वरासत संख्या 20241619901000008288 के माध्यम से अपने नाम भूमि दर्ज करवा ली। यह मामला तब उजागर हुआ जब रामधनी ने 11 जनवरी 2025 को खतौनी की नकल निकलवाई।
पीड़ित ने यह भी कहा कि उन्होंने 12 सितंबर 2024 को फसली 1424-1434 की खतौनी निकलवाई थी, जिसमें उनकी भूमि पर उनका नाम स्पष्ट रूप से दर्ज था। लेकिन इसके बाद विपक्षी ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपना नाम दर्ज करा लिया।
रामधनी ने मांग की है कि इस फर्जी वरासत को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए और उनके नाम को पुनः खतौनी में दर्ज किया जाए। साथ ही, विपक्षी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
सलंग्न दस्तावेज:

1. खतौनी की छायाप्रतियां (12 सितंबर 2024 और 11 जनवरी 2025)
2. आधार कार्ड की छायाप्रति
3. परिवार रजिस्टर की नकल
4. वरासत ऑनलाइन की छायाप्रति
पीड़ित रामधनी ने जिलाधिकारी से निष्पक्ष जांच और न्याय की अपील की है।
ई खबर मीडिया के लिए देव दर्शन शर्मा की रिपोर्ट







