हिसार:– बरवाला के वार्ड नंबर 2 निवासी रामफल वर्मा ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर नरेन्द्रा ऑटो मोबाइल (बरडिलाफ डीलर कोड 27688) के मालिक विरेन्द्र मलिक पर मारपीट का आरोप लगाया है।
रामफल वर्मा के अनुसार, वह 20 फरवरी की सुबह अपने भांजे पंकज की बाइक (HR80F3606) की सर्विस कराने हिसार रोड स्थित नरेन्द्रा ऑटो मोबाइल एजेंसी पर गए थे। सर्विसिंग का कुल खर्च 600 रुपये हुआ, जिसे उन्होंने ऑनलाइन भुगतान कर दिया। इसके बाद जब उन्होंने पाया कि बाइक में डुप्लीकेट इंजन ऑयल और एयर फिल्टर का इस्तेमाल किया गया है, तो उन्होंने इसका विरोध किया।
शिकायतकर्ता के अनुसार, इस पर एजेंसी मालिक विरेन्द्र मलिक मौके पर आया और गाली-गलौज करने लगा। जब रामफल वर्मा ने इसकी शिकायत पुलिस में करने की बात कही, तो विरेन्द्र मलिक ने लोहे की रॉड से हमला कर दिया और थप्पड़ व लात-घूंसों से मारपीट की। अपनी सुरक्षा के लिए रामफल ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई, लेकिन पुलिस ने कथित तौर पर दबाव में आकर जबरन समझौता करवा दिया।
रामफल वर्मा ने पुलिस से आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज करने और उसे गिरफ्तार करने की मांग की है।
वाहन सर्विसिंग को लेकर युवक से मारपीट, पीड़ित ने पुलिस और मुख्यमंत्री से लगाई न्याय की गुहार
हिसार: बरवाला के वार्ड नंबर 2 निवासी रामफल वर्मा ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर नरेन्द्रा ऑटो मोबाइल (बरडिलाफ डीलर कोड 27688) के मालिक विरेन्द्र मलिक पर मारपीट का आरोप लगाया है। पीड़ित ने मीडिया के माध्यम से हरियाणा पुलिस और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से न्याय की गुहार लगाई है।
रामफल वर्मा के अनुसार, वह 20 फरवरी की सुबह अपने भांजे पंकज की बाइक (HR80F3606) की सर्विस कराने हिसार रोड स्थित नरेन्द्रा ऑटो मोबाइल एजेंसी पर गए थे। सर्विसिंग का कुल खर्च 600 रुपये हुआ, जिसे उन्होंने ऑनलाइन भुगतान कर दिया। लेकिन बाद में जब उन्हें पता चला कि बाइक में डुप्लीकेट इंजन ऑयल और एयर फिल्टर लगाया गया है, तो उन्होंने इसका विरोध किया।
पीड़ित का आरोप है कि इस पर एजेंसी मालिक विरेन्द्र मलिक मौके पर आया और गाली-गलौज करने लगा। जब उन्होंने इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में करने की बात कही, तो विरेन्द्र मलिक ने लोहे की रॉड से हमला कर दिया, थप्पड़ मारे और लात-घूंसों से पीटा।
रामफल वर्मा ने बताया कि जब उन्होंने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दबाव में जबरन राजीनामा करवा दिया।
पीड़ित ने मुख्यमंत्री और पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर गिरफ्तारी की मांग की है।