7 C
London
Friday, March 14, 2025
Homeराज्यमध्य प्रदेशसंत समाज और महिलाओं को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बड़ा बयान,...

संत समाज और महिलाओं को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बड़ा बयान, सामूहिक विवाह समारोह में की शिरकत

Date:

Related stories

विस्तार से जाने मोहन सरकार के बजट में किस सेक्टर के लिए क्या है बजट?

 विकसित मध्यप्रदेश 2047 पर केंद्रित रहा बजट  पिछले साल की...

डोनेट हैप्पीनेस फाउंडेशन ने किया टी-शर्ट वितरण,

मठ्ठागाँव और छिदगांव कांछी में युवा यूनियन और गौ...

मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, जीएसडीपी 11.05% बढ़ा!

मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था ने बीते वर्ष जबरदस्त उछाल दर्ज...

इन्वेस्टर्स समिट में झलका मध्यप्रदेश का भविष्य, लेकिन क्या प्रदेश का युवा तैयार है?

इन्वेस्टर्स समिट में झलका मध्यप्रदेश का भविष्य, लेकिन क्या...
spot_imgspot_imgspot_img

बागेश्वर धाम में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने महिलाओं की सशक्तिकरण और संत समाज का जिक्र किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में बागेश्वर धाम में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित करते हुए महिलाओं की सशक्तिकरण और समाज में उनके सम्मानित स्थान पर खास जोर दिया। राष्ट्रपति ने इस मौके पर कहा कि भारत में संतों ने समाज में महिलाओं के लिए सम्मानजनक स्थान सुनिश्चित किया है और आज देश ‘महिला विकास से महिला-नीत विकास’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने समारोह में मौजूद लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों और बहनों को सशक्त बनाने के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाएं। मुर्मू ने कहा, ‘‘संत समुदाय ने समाज से सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाकर उन्हें दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और समाज में महिलाओं के लिए सम्मानजनक स्थान सुनिश्चित किया है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि संत समुदाय आत्मनिर्भर, सामंजस्यपूर्ण और पर्यावरण के अनुकूल भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
251 जोड़ों के विवाह हुए संपन्न

सामूहिक विवाह समारोह में 251 जोड़ों के विवाह संपन्न हुए। राष्ट्रपति मुर्मू ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई मशीन और अन्य आवश्यक वस्त्र दिए जा रहे हैं, ताकि वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बन सकें। उन्होंने महिलाओं से यह भी अपील की कि वे अपनी शिक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर प्रयास करें, क्योंकि यह समाज और देश की सफलता की कुंजी है।

संतों की शिक्षाओं का किया जिक्र

राष्ट्रपति ने भारतीय संत परंपरा का भी जिक्र किया और कहा कि संतों ने सदियों से अपने कर्म और वाणी से समाज को सही दिशा दिखाई है। उन्होंने समाज में फैले अंधविश्वासों को दूर करने और छुआछूत एवं ऊंच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने के लिए संतों की शिक्षाओं का उल्लेख किया। उन्होंने गुरु नानक, संत रविदास, संत कबीर दास, मीरा बाई और संत तुकाराम की शिक्षाओं की सराहना की, जिन्होंने समाज में समानता और समरसता का संदेश दिया।

बागेश्वर धाम की सराहना

इस सामूहिक विवाह समारोह के आयोजन के लिए बागेश्वर धाम की सराहना करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि राज्य सरकार की योजनाओं के तहत विवाह करने वाले जोड़ों को 51 हजार रुपये की वित्तीय मदद दी जाएगी। राज्यपाल मंगूभाई पटेल और बागेश्वर पीठ के संत धीरेंद्र शास्त्री ने भी समारोह को संबोधित किया और इस आयोजन के महत्व को रेखांकित किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में अंत में यह कहा कि भारत ने 2047 में अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मनाने और एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रयासों को बढ़ावा देना होगा।

Subscribe

- Never miss a story with notifications

- Gain full access to our premium content

- Browse free from up to 5 devices at once

Latest stories

spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here