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अहंकार युक्त चित्त भगवान को प्राप्त नहीं कर सकता – श्री रजनीश जी महाराज

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मोरनी, हरियाणा : मांधना गांव बस स्टैंड में श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस का आयोजन

मांधना गांव के बस स्टैंड पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस पर सुप्रसिद्ध सरस कथा प्रवक्ता श्री रजनीश जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि उच्च पद, धन और विद्या मिलने के साथ ही मनुष्य के मन में अहंकार का जन्म होता है। उन्होंने कहा कि सत्ता, धन और विद्या प्राप्त होने पर मनुष्य को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

महाराज जी ने अपने प्रवचनों में बताया कि मनुष्य को एकांत में बैठकर अपनी इंद्रियों को एकाग्र कर यह प्रश्न करना चाहिए – मैं कौन हूं, मैं कहां से आया हूं, मेरा कर्तव्य क्या है, और मुझे कहां जाना है। इन विचारों से मनुष्य इस संसार का गुप्त ज्ञान और अपने आत्मस्वरूप का बोध प्राप्त कर सकता है।

मांधना गांव में श्रीमद्भागवत कथा: भक्तों ने बढ़-चढ़कर दिया आश्रम निर्माण में योगदान

श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
कथा श्रवण करने के लिए पंचकूला और आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। कथा के बाद प्रतिदिन विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें भक्तजनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

विशिष्ट अतिथि और स्थानीय लोग
इस कार्यक्रम में दीपक शर्मा (जिला अध्यक्ष, भाजपा), नरेंद्र लुबाना (युवा मोर्चा अध्यक्ष), सुखबीर सिंह (मंडल अध्यक्ष, मोरनी), पवन दिमान, महेंद्र सिंह, कमल टिकरी, प्रजवल कौशिक, आशू शर्मा, यश पाल, देवेंद्र (बिन्नी), राहुल, दीपक, हर्षित, सौरभ, शिव कुमार अग्रवाल, विजय कुमार, शुभम, और हिमांशु सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

आश्रम निर्माण के लिए दान
श्री रास बिहारी सेवा सदन के आश्रम निर्माण हेतु श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर दान दिया। कथा स्थल पर भक्तों का जोश और महाराज जी के प्रवचन सुनने का उत्साह देखते ही बनता है।

ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा स्टेट हेड देव दर्शन शर्मा की रिपोर्ट

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